चीन से भारत तक फैला ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी), लेकिन डॉ. पीवीएम लक्ष्मी ने दी राहत

Human metapneumovirus (HMPV) spread from China to India, but Dr. PVM Lakshmi gave relief

चीन में फैले ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले अब भारत में भी बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोगों के बीच चिंता का माहौल बन गया है। हालांकि, इस वायरस को लेकर चंडीगढ़ स्थित पीजीआई की डॉ. पीवीएम लक्ष्मी ने मंगलवार को बताया कि लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह एक सामान्य संक्रमण वाला वायरस है।

पीजीआई में पिछले साल भी मिले थे मामले
डॉ. लक्ष्मी ने बताया कि पिछले साल भी पीजीआई में एचएमपीवी के कुछ मामले सामने आए थे। चीन में इस वायरस के मिलने के बाद लोगों में डर फैल गया है, लेकिन भारत में यह मुख्यतः छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कम इम्युनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। अधिकांश मामलों में इसे खांसी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षण होते हैं, जो जल्दी ठीक हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने इस वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है और लोगों से डरने की बजाय सतर्क रहने को कहा है।

सरकार की निगरानी और टेस्टिंग प्रक्रिया
डॉ. लक्ष्मी ने आगे कहा, “सरकार ने निर्देश दिए हैं कि यदि इस वायरस से संबंधित केस सामने आते हैं, तो उनके सैंपल लेकर लैब में भेजे जाएं। यह देखा जाएगा कि पिछले साल की तुलना में मामलों में कोई वृद्धि तो नहीं हो रही है और वायरस में म्यूटेशन का असर तो नहीं हो रहा।” उन्होंने कहा कि इस वायरस के बढ़ने और घटने पर निगरानी रखना जरूरी है, और इसके लिए हर राज्य में लैब्स मौजूद हैं, जहां टेस्ट किए जा रहे हैं।

सतर्कता और बचाव के उपाय
डॉ. लक्ष्मी ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी और कहा कि खांसी-जुकाम से ग्रस्त लोगों से दूरी बनाकर रखें। मास्क और ग्लव्स का इस्तेमाल करें, खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड के दौरान जिस तरह की सावधानियाँ बरती गई थीं, वही अब भी लागू करनी चाहिए।

सारांश
एचएमपीवी के बढ़ते मामलों के बावजूद, डॉ. पीवीएम लक्ष्मी ने स्पष्ट किया कि यह कोई घातक वायरस नहीं है और अधिकांश लोग इसे हल्के संक्रमण के रूप में ही पार कर लेते हैं। हालांकि, उच्च जोखिम वाले समूहों में यह गंभीर हो सकता है, इसलिए सतर्कता बरतने की जरूरत है।

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